दिखावे से दूर रहते हैं इन तीन राशियों के लोग, न गलत कहते हैं, न सुनना पसंद करते हैं
कहा जाता है कि हर व्यक्ति का संबन्ध 12 में से किसी एक राशि (Zodiac) से जरूर होता है. ज्योतिष में इन सभी राशियों का स्वामी कोई न कोई ग्रह (Planet) माना गया है. कहा जाता है कि उस स्वामी ग्रह के स्वभाव का असर उसकी राशि से संबन्धित व्यक्ति पर भी पड़ता है. इसके कारण कुछ गुण हर व्यक्ति में जन्म के समय से ही देखने को मिलते हैं. हालांकि वो गुण (Qualities) विकसित संस्कारों और आसपास के माहौल से होते हैं. ज्योतिष में ऐसी तीन राशियों के बारे में बताया गया है, जो स्वाभाविक रूप से जीवन जीना पसंद करती हैं. इन्हें दिखावा बिल्कुल पसंद नहीं होता. इसके अलावा ये राशियां किसी से न गलत कहना पसंद करती हैं और गलत सुनना पसंद करती हैं. यहां जानिए कहीं आपकी राशि भी तो इनमें शामिल नहीं.
धनु राशि
धनु राशि के स्वामी गुरु बृहस्पति बताए जाते हैं. इस राशि के लोग जिज्ञासु, ज्ञानी, उदारवादी और आदर्शवादी होते हैं. ये छोटी छोटी बातों को दिल से नहीं लगाते. ये जीवन को वास्तविकता के दृष्टिकोण से देखना पसंद करते हैं, इसलिए ये अक्सर काफी प्रैक्टिकल होते हैं. ये किसी के जीवन में और उसकी पर्सनल लाइफ में टांग अड़ाना पसंद नहीं करते हैं. इन्हें गलत बातें करना या सुनना बिल्कुल पसंद नहीं होता है. ये लोग सिंपल लिविंग एंड हाई थिंकिंग की सोच में यकीन रखते हैं. इसलिए इनके जीवन जीने का तरीका जमीन से जुड़ा होता है.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लोगों में न तो बनावटीपन होता है और न ही ये दूसरों का बनावटीपन पसंद करते हैं. ये लोग काफी मेहनती होते हैं और जो कुछ भी प्राप्त करते हैं, वो अपनी मेहनत से करते हैं. ये लोग दूसरों की काफी मदद करने वाले होते हैं. लेकिन इनके अंदर एक खामी होती है, कि ये जल्द ही किसी की भी बातों में आ जाते हैं, इस कारण इन्हें जीवन में कई बार धोखे उठाने पड़ते हैं. ऐसे में इनका लोगों पर से विश्वास ही उठ जाता है. हालांकि ये दिल के साफ होते हैं और दूसरों के बारे में अच्छा ही सोचते हैं.
मिथुन राशि
मिथुन राशि के लोगों में मानसिक प्रतिभा, कूटनीति, उत्साह, चातुर्य, मजाकिया और बहुमुखी प्रतिभा होती है. ये लोग जल्द किसी का भी दिल जीत लेते हैं. हालांकि ये किसी को इंप्रेस करने के लिए ऐसा व्यवहार नहीं करते. इनका प्राकृतिक स्वभाव ही हंसमुख होता है. इन्हें जीवन को स्वाभाविक तरीके से जीना पसंद होता है. हालांकि कई बार ये लोग अपने मतलब को पूरा करने के लिए सेल्फिश भी बन जाते हैं.
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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