आज हम गाल का फड़कने के बारे में जानेंगे। अगर आपका भी दाहिना (सीधा) गाल का फड़कना, बाया गाल का फड़कना या दोनों गालो का फड़कन होता है। तो इसका अर्थ क्या है? आज हम इसी विषय के बारे में जानेंगे। क्योंकि गाल के अलग-अलग हिस्सों के फड़कने का अर्थ अलग-अलग होता है।
शास्त्रों में बताया गया है। कि गाल का फड़कना आने वाले निकट भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में संकेत देता है। लेकिन यह तभी सिद्ध होता है। जब आपका गाल काफी लंबे समय तक फड़कता है। अन्यथा यह किसी शारीरिक कारण से भी फड़क सकता है। इसलिए यह बात ध्यान में रखें। और गाल के फड़कने का अर्थ तभी समझे, जब आपका गाल काफी लंबे समय से फड़क रहा हो।
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शारीरिक अंग का फड़कना महिला और पुरुष दोनों के लिए अलग-अलग है। पुरुष के लिए दाहिना अंग का फड़कना शुभ बताया गया है। वही बाया अंग का फड़कना अशुभ होता है। लेकिन स्त्री के लिए यह विपरीत बतलाया गया है। अर्थात स्त्री का बाया अंग फड़कना शुभ माना जाता है। और वही दाएं अंग का फड़कना अशुभ बतलाया गया है।
यहां पर हम पुरुष के दाहिने अंग के फड़कने के बारे में बतला रहे हैं। इसी फल को आप स्त्री के बाएं अंग के लिए समझे।
दाहिना (सीधा) गाल का फड़कना
पुरुष के दाहिने गाल का फड़कना उसके स्वास्थ्य को लेकर होने वाले सुधार को दर्शाता है। कि वह व्यक्ति अभी स्वस्थ होने में थोड़ा और समय ले सकता है। अर्थात अगर कोई बीमार व्यक्ति है। और उसका दाहिना गाल फड़कता है। तो यह उसके स्वस्थ होने में विलंब को दर्शाता है।
लेकिन अगर कोई स्वास्थ्य व्यक्ति है। उसका दाहिना गाल फड़कता है। तो उसे लाभ का संकेत देता है। दाहिना गाल फड़कने से आर्थिक लाभ होता है। यह एक शुभ संकेत माना जाता है।
बाया (उल्टा) गाल का फड़कना
बाएं गाल का फड़कना शुभ नहीं माना जाता है। क्योंकि यह आने वाले खुशियों में रुकावटों का संकेत करता है। अर्थात आपके बनते हुए काम में रुकावटें आती हैं। जिससे आपका कार्य विलंब से पूरा होता है।
दोनों गालो का फड़कना
अगर किसी व्यक्ति का दोनों गाल एक साथ फड़कने लगे। तो यह एक बेहद शुभ संकेत होता है। इसका अर्थ होता है, कि आपके आने वाले निकट भविष्य में आपको धन लाभ होने वाला है। आपके कार्य बनने वाले हैं।