Chanakya Niti: मीठा बोलने में कभी भी कंजूसी न करें, आचार्य चाणक्य ने बताए इसके फायदे
Chanakya Niti आचार्य चाणक्य ने इस श्लोक में कहा है कि अनेक जन्मों में मनुष्य ने दान, अध्ययन और तप आदि जिन बातों का अभ्यास किया, उसी अभ्यास के कारण वह बार-बार उन्हें दोहराया करता है।