शादी - विवाह, नामकरण, गृह प्रवेश, काल सर्प दोष , मार्कण्डेय पूजा , गुरु चांडाल पूजा, पितृ दोष निवारण - पूजा , महाम्रत्युन्जय , गृह शांति , वास्तु दोष

Vrat-Festival of March 2022 : महाशिवरात्रि से लेकर होली तक, मार्च में आने वाले हैं ये प्रमुख त्योहार, देखिए पूरी लिस्ट !

मार्च अंग्रेजी कैलेंडर (Calendar) का तीसरा महीना है. ये महीना व्रत और त्योहारों (Vrat-Festivals) के लिहाज से बेहद खास है. इस माह में हर महीने आने वाले चतुर्थी, एकादशी, प्रदोष जैसे व्रत के अलावा ही महाशिवरात्रि, गणगौर व्रत भी पड़ेंगे. साथ ही फुलेरा दूज, होली, बसोड़ा जैसे बड़े त्योहार पड़ेंगे. मार्च (March) के महीने में फाल्गुन मास समाप्त होगा और चैत्र मास की शुरुआत होगी. हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से हिन्दू नववर्ष शुरू होता है. मान्यता है कि सृष्टि के रचियता ब्रह्मा जी ने इसी दिन से संसार की रचना को शुरू किया था. अब चूंकि मार्च का महीना आने में कुछ दिन बचे हैं, ऐसे में जानते हैं मार्च के महीने में पड़ने वाले प्रमुख व्रत और त्योहार के बारे में.

मार्च 2022 व्रत व त्योहार

01 मार्च, मंगलवार: महाशिवरात्रि
02 मार्च, बुधवार: फाल्गुन अमावस्या
04 मार्च, शुक्रवार: फुलैरा दूज, रामकृष्ण जयंती
06 मार्च, रविवार: विनायक चतुर्थी
08 मार्च, मंगलवार: षष्ठी व्रत
10 मार्च, गुरुवार: नंदगांव में फाग आमंत्रण महोत्सव, रोहिणी व्रत, दुर्गा अष्टमी व्रत, बरसाना में लड्डू होली, होलाष्टक प्रारंभ
11 मार्च, शुक्रवार: बरसाना में लट्ठमार होली
12 मार्च, शनिवार: नंदगांव में ये लट्‌ठमार होली
14 मार्च, सोमवार: आमलकी एकादशी, रंगभरी एकादशी
15 मार्च, मंगलवार: मीन संक्रांति, प्रदोष व्रत
17 मार्च, गुरुवार: फाल्गुन पूर्णिमा, होलिका दहन, छोटी होली, होलाष्टक समापन, श्रीसत्य नारायण पूजा
18 मार्च, शुक्रवार: होली, फाल्गुन पूर्णिमा व्रत, शब-ए-बारात, चैतन्य महाप्रभु जयंती, गणगौर व्रत प्रारंभ
21 मार्च, सोमवार: भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी
22 मार्च, मंगलवार: रंग पंचमी, चैत्र माह प्रारंभ
25 मार्च, शुक्रवार: शीतला अष्टमी, बसोड़ा, कालाष्टमी, चैत्र कृष्ण प्रतिपदा तिथि
28 मार्च, सोमवार: पापमोचिनी एकादशी
29 मार्च, मंगलवार: प्रदोष व्रत
30 मार्च, बुधवार: मासिक शिवरात्रि, रंग तेरस, मधु कृष्ण त्रयोदशी

 

ये हैं खास त्योहार

महाशिवरात्रि : इस दिन महादेव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. ये साल की सबसे बड़ी शिवरात्रि कहलाती है.

फाल्गुन अमावस्या : फाल्गुन मास हिंदू कैलेंडर का आखिरी महीना है. इस माह की अमावस्या तिथि को भी विशेष महत्व ​दिया गया है. पितरों के निमित्त किसी भी कार्य के लिए ये दिन श्रेष्ठ है.

फुलैरा दूज : इसे ब्रज में होली के प्रारंभ का दिन माना जाता है. इस दिन राधारानी और श्रीकृष्ण के साथ उनके भक्त फूलों की होली खेलते हैं. इसके बाद हर दिन अलग अलग होली खेली जाती है.

होलाष्टक : 10 मार्च से आठ दिनों के लिए होलाष्टक लग जाएंगे. इस दौरान कोई भी शुभ काम करना वर्जित माना गया है.

होली : होली का पर्व आपसी भाई चारे का पर्व है. ये हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है. होली का पर्व भी हर साल मार्च के महीने में ही पड़ता है.

बसोड़ा : इस दिन शीतला माता की पूजा की जाती है और उन्हें बासे भोजन का भोग लगाया जाता है. माना जाता है कि इस दिन से ग्रीष्म ऋतु शुरू हो जाती है.

 

यह भी पढ़ें – Mahashivratri 2022 : महाशिवरात्रि पर पार्थिव पूजन से पूरी होगी मनोकामना, जानें इसकी विधि और उपाय

यह भी पढ़ें – Phulera Dooj 2022 : जानिए कैसे हुई फुलेरा दूज पर फूलों की होली खेलने की शुरुआत !

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *