किस रंग के श्रीगणेश हैं शुभ, कौन दिशा में स्थापित करने से देते हैं अत्यधिक शुभ फल
श्रीगणेश चतुर्थी आने वाली है। अतएव, सनातनियों को कुछ सावधानियों का परिचय अवश्य देना होगा। यह ध्यान देना होगा कि प्रथम पूज्य श्रीगणेश का बाईं ओर मुड़ी सूंड वाला यानि वाममुखी-विग्रह ही घर लाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस मुद्रा वाले गणपति सर्वाधिक शुभ माने जाते हैं। श्रीगणेश चतुर्थी से अनंत चतुदर्शी तक उनके विधिवत पूजन-अर्चन से सुख, शांति, स्वास्थ्य व समृद्धि की उपलब्धि होती है।