शादी - विवाह, नामकरण, गृह प्रवेश, काल सर्प दोष , मार्कण्डेय पूजा , गुरु चांडाल पूजा, पितृ दोष निवारण - पूजा , महाम्रत्युन्जय , गृह शांति , वास्तु दोष

प्रेम के देवता शुक्र करेंगे धनु राशि में गोचर- इन राशियों का खुलेगा भाग्‍य!

वैदिक ज्‍योतिष में शुक्र ग्रह को प्रेम और सुख का कारक माना गया है। शुक्र ग्रह हर 28 दिन में राशि परिवर्तन करते हैं और अब वह 07 नवंबर को सुबह 03 बजकर 21 मिनट पर धनु राशि में गोचर करने जा रहे हैं और शुक्र इस राशि में 02 दिसंबर तक रहेंगे, इसके बाद वे मकर राशि में गोचर कर जाएंगे। इस दिन शूल योग भी बन रहा है। यह योग 07 नवंबर को सुबह 09 बजकर 50 मिनट पर शुरु होगा और इसका समापन 08 नवंबर को सुबह 08 बजकर 27 मिनट पर होगा।

आज इस खास ब्‍लॉग के ज़रिए हम जानेंगे कि धनु राशि में प्रवेश करने पर शुक्र किन राशियों को सफलता प्रदान करेंगे और किन राशियों के जातकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही शुक्र के ज्‍योतिषीय उपायों के बारे में भी जानेंगे।

यह भी पढ़ें: राशिफल 2025

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके  

ज्‍योतिष में शुक्र ग्रह का महत्‍व

ज्‍योतिषशास्‍त्र के अनुसार शुक्र ग्रह भौतिक सुख और प्रेम एवं आकर्षण प्रदान करते हैं। पृथ्‍वी की तुलना में शुक्र सूर्य के सबसे निकट का ग्रह है इसलिए कुछ अवसरों पर यह पृथ्‍वी और सूर्य के बीच दिखाई पड़ता है। शुक्र दैत्‍यों के गुरु हैं और इन्‍हें शुक्राचार्य के नाम से भी जाना जाता है।

वैदिक ज्‍योतिष में शुक्र ग्रह को प्रेम, विवाह और सौंदर्य का कारक माना गया है। कहा जाता है कि अगर कुंडली में शुक्र अशुभ स्‍थान में बैठा हो, तो इसकी वजह से आंखों पर बुरा असर पड़ता है। जन्‍मकुंडली में शुक्र पुरुषों के लिए पत्‍नी और विवाह का प्रतिनिधित्‍व करता है। इसे सातवें घर का स्‍वामी माना गया है। यदि कुंडली में शुक्र मज़बूत हो, तो वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है।

शुक्र 07 नवंबर 2024 की सुबह 03 बजकर 21 मिनट पर धनु राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं।

वर्ष 2025 में कैसा रहेगा आपका स्वास्थ्य? स्वास्थ्य राशिफल 2025 से जानें जवाब

धनु राशि में शुक्र के गोचर का प्रभाव

धनु राशि रोमांच और सच्‍चाई का प्रतीक है। इस राशि में शुक्र के प्रवेश करने पर जातक नई जगहों पर घूमने और नए लोगों को तलाशने या उनसे मिलने में रुचि रखेंगे। धनु राशि में शुक्र के होने से सकारात्‍मक विचारों और कार्यों को बढ़ावा मिलेगा।

शुक्र के इस गोचर के दौरान रोमांचक कार्य किए जा सकते हैं। कभी-कभी इस राशि में शुक्र के गोचर करने पर व्‍यक्‍ति अपनी हद से बाहर जाकर कुछ कर सकता है। शुक्र एक शुभ ग्रह है और इसे प्रेम एवं भौतिक सुखों का कारक माना गया है। इस ग्रह के प्रभाव से व्‍यक्‍ति को अपने जीवन में धन, संपदा और विलासिता मिलती है। शुक्र का धनु राशि में प्रवेश करना सभी राशियों के जातकों के जीवन में महत्‍वपूर्ण बदलाव लेकर आएगा।

सभी बारह राशियों का सबसे विस्तृत 2025 फलादेश: राशिफल 2025

शुक्र के गोचर का कैसा रहेगा धनु राशि पर प्रभाव

शुक्र धनु राशि के छठे और ग्‍यारहवें भाव के स्‍वामी हैं। शुक्र इस राशि के पहले भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर के प्रभाव से आपके ऊपर कर्ज बढ़ सकता है। इसके साथ ही आपकी सेहत में भी गिरावट आने की आशंका है। वहीं योजनाओं की कमी के कारण आपके मार्ग में बाधाएं और अड़चनें आने की आशंका है। कार्यक्षेत्र में आपको अपनी रणनीतियों में बदलाव करने के बारे में सोचना चाहिए।

व्‍यापारियों के लिए इस समय अधिक मुनाफा कमाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। आपके विरोधी एवं प्रतिद्वंदी आपके ऊपर अधिक दबाव बनाने का प्रयास करेंगे। खर्चे बढ़ने की वजह से आप पैसों की बचत करने में भी असक्षम हो सकते हैं। शुक्र के इस गोचर का असर आपके वैवाहिक जीवन पर भी देखने को मिलेगा। आप अपने पार्टनर के साथ अच्‍छा आचरण बनाए रखने में विफल हो सकते हैं। इस वजह से आपके और आपके जीवनसाथी के बीच मतभेद उत्‍पन्‍न होने की आशंका है। सेहत के मामले में गलत खानपान की वजह से आप मोटापे का शिकार हो सकते हैं।

क्या वर्ष 2025 में आपके जीवन में होगी प्रेम की दस्तक? प्रेम राशिफल 2025 बताएगा जवाब

शुक्र ग्रह की विशेषताएं क्‍या हैं

अगर कुंडली में शुक्र ग्रह शुभ स्‍थान में बैठा हो, तो व्‍यक्‍ति आकर्षक बनता है। उसे अपने जीवन में धन और संपदा की प्राप्‍ति होती है। इनमें प्रतिभा की कोई कमी नहीं होती है और ये अपने वैवाहिक जीवन का आनंद लेते हैं।

कुंडली में मज़बूत होने पर या अन्‍य शुभ ग्रहों के साथ युति करने पर शुक्र वैवाहिक जीवन में खुशियां प्रदान करता है। इन्‍हें सभी प्रकार की सुख-सुविधाएं मिलती है। वहीं दूसरी ओर, अगर शुक्र पीड़ित है, तो जातक के विवाह में देरी आती है और उसके वैवाहिक जीवन में भी अशांति रहती है। इन्‍हें संतान प्राप्ति में अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा 

शुक्र को प्रसन्‍न करने के लिए कैसे वस्‍त्र पहनें

यदि आपकी कुंडली में शुक्र अशुभ फल दे रहा है या शुक्र के धनु राशि में गोचर करने पर आपको नकारात्‍मक परिणाम मिल रहे हैं, तो शुक्र को शांत करने के लिए आप चमकदार सफेद और गुलाबी रंग के वस्‍त्र अधिक पहनें या इस रंग से जुड़ी चीज़ों का ज्‍यादा उपयोग करें।

ये रंग शुक्र देव से संबंधित हैं और इनका अधिक उपयोग करने से शुक्र ग्रह आपसे प्रसन्‍न हो सकते हैं। इसके अलावा शुक्र को खुश करने के लिए अपने पार्टनर और महिलाओं का सम्‍मान करें। अपने जीवनसाथी के प्रति ईमानदार रहें।

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

शुक्र शांति के लिए किन चीज़ों का दान करें

अगर आपको शुक्र के अशुभ परिणाम मिल रहे हैं, तो आपको इस ग्रह से संबंधित वस्‍तुओं का दान करने से शुक्र के प्रकोप से मुक्‍ति मिल सकती है। इसके लिए आप शुक्रवार के दिन शुक्र के होरा एवं इसके नक्षत्र के दौरान दान करें। भरणी, पूर्वा फाल्‍गुनी और पूर्वाषाढ़ा शुक्र के नक्षत्र हैं।

शुक्र ग्रह को शांत एवं प्रसन्‍न करने के लिए दही, खीर, ज्‍वार, रंग-बिरंगे कपड़े, इत्र, चावल और चांदी आदि का दान किया जा सकता है।

तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि धनु राशि में शुक्र के गोचर का सभी 12 राशियों पर क्‍या प्रभाव पड़ेगा।

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

शुक्र का धनु राशि में गोचर- राशि अनुसार प्रभाव और उपाय

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का धनु राशि में गोचर आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र पहले और छठे भाव के स्वामी हैं। शुक्र का धनु राशि में गोचर आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। यह गोचर आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह आपके ग्यारहवें और चौथे भाव के स्वामी हैं। शुक्र का धनु राशि में गोचर आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

आपकी कुंडली में भी है राजयोग? जानिए अपनी  राजयोग रिपोर्ट

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का धनु राशि में गोचर आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं। यह गोचर आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र महाराज आपके लग्न/पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का यह गोचर आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र ग्रह आपके सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का धनु राशि में गोचर आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

धनु राशि 

धनु राशि वालों के लिए शुक्र महाराज आपके छठे भाव और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का गोचर आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का धनु राशि में गोचर आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

कुंभ राशि 

कुंभ राशि वालों के लिए शुक्र आपके नौवें भाव और चौथे भाव के स्वामी हैं और अब शुक्र का यह गोचर आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

मीन राशि

मीन राशि वालों की कुंडली में शुक्र ग्रह को तीसरे और आठवें भाव का स्वामित्व प्राप्त है। शुक्र का धनु राशि में गोचर आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्‍न 1. शुक्र का धनु राशि में गोचर कब हो रहा है?

उत्तर. शुक्र का गोचर 07 नवंबर को होगा।

प्रश्‍न 2. शुक्र किन राशियों के स्‍वामी ग्रह हैं?

उत्तर. शुक्र तुला और वृषभ राशि के स्‍वामी हैं।

प्रश्‍न 3. शुक्र को खुश करने के लिए कौन सा रत्‍न पहनना चाहिए?

उत्तर. शुक्र के लिए ओपल स्‍टोन पहना जाता है।

प्रश्‍न 4. शुक्र ग्रह को कौन सा दिन समर्पित है?

उत्तर. शुक्र के लिए शुक्रवार का दिन होता है।

The post प्रेम के देवता शुक्र करेंगे धनु राशि में गोचर- इन राशियों का खुलेगा भाग्‍य! appeared first on AstroSage Blog.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *