शादी - विवाह, नामकरण, गृह प्रवेश, काल सर्प दोष , मार्कण्डेय पूजा , गुरु चांडाल पूजा, पितृ दोष निवारण - पूजा , महाम्रत्युन्जय , गृह शांति , वास्तु दोष

कितना प्यारा है सिंगार Kitana Pyara Hain Singar krishn

कितना प्यारा है सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा है सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।

सांवरिया तुमको किसने सजाया है,
तुझे सुन्दर से सुन्दर कजरा पहनाया है,
कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।

केशर चन्दन तिलक लगाकर,
सज धज कर के बैठ्यो है,
लग गए तेरे चार चाँद जो,
पहले तो निहार
कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है,
सांवरिया तेरा चेहरा चमकता है
तेरा कीर्तन बहुत बड़ा,
दरबार महकता है, कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।

किसी भगत से कह कर कान्हा,
काली टिकी लगवाले
या फिर तू बोले तो लेउ,
नूनराइ वार, कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा हैं,
सांवरिया तेरे भगतो को तेरी फ़िक्र
कही लग ना जाये तुझे,
दुनिया की बुरी नज़र, कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।

पता नहीं तू किस रंग का है,
आज तलक ना जान सकी,
बनवारी हमने देखे है तेरे रंग हजार,
कितना प्यारा हैं,
ओ हो, कितना प्यारा है सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है,
सांवरिया थोड़ा बच बच के रहना जी
कभी मान भी लो कान्हा,
भक्तो का कहना जी,
कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।

सांवरिया तेरा रोज करू श्रृंगार
कभी कुटिया में मेरे,
आजाओ एक बार, कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा है सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।

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मनहारी का भेस बनाया, श्याम चूड़ी बेचने आया।
छलिया का भेस बनाया, श्याम चूड़ी बेचने आया॥

झोली कंधे धरी, उस में चूड़ी भरी।
गलिओं में चोर मचाया, श्याम चूड़ी बेचने आया॥

राधा ने सुनी, ललिता से कही।
मोहन को तरुंत बुलाया, श्याम चूड़ी बेचने आया॥

चूड़ी लाल नहीं पहनू, चूड़ी हरी नहीं पहनू।
मुझे श्याम रंग है भाया, श्याम चूड़ी बेचने आया॥

राधा पहनन लगी श्याम पहनाने लगे।
राधा ने हाथ बढाया, श्याम चूड़ी बेचने आया॥

राधे कहने लगी, तुम हो छलिया बढे।

धीरे से हाथ दबाया, श्याम चूड़ी बेचने आया॥

लगन तुमसे लगा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।

कभी दुनिया से डरते थे,
छुप छुप याद करते थे,
लो अब परदा उठा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।

लगन तुमसे लगा बैठें,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।

कभी यह ख्याल था दुनिया,
हमें बदनाम कर देगी,
शर्म अब बेच खा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।

लगन तुमसे लगा बैठें,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।

दीवाने बन गए तेरे तो फिर,
दुनिया से क्या मतलब,
तेरी गलियो में आ बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।

लगन तुमसे लगा बैठें,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।

लगन तुमसे लगा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे,

जो होगा देखा जाएगा।।

श्याम सवेरे देखु तुझको कितना सुंदर रूप है,
तेरा साथ ठंडी छाया बाकी दुनिया धूप है,
जब जब भी इसे पुकारू मै, तस्वीर को इसकी निहारू मै ,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने||

खुश हो जाएगर सावरिया किस्मत को चमका देता,
हांथ पकडले अगर किसी का जीवन धन्यबना देता,
यह बातें सोच विचारू मै, तस्वीर को इसकी निहारू मै,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने||

गिरने से पहले ही आकर बाबा मुझे संभालेगा,
पूरा है विश्वास है कभी तू तूफ़ानो से निकालेगा,
ये तनमन तुझपे वारु मै, तस्वीर को इसकी निहारू मै,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने||

श्याम के आगे मुझको तो ये दुनिया फिकी लगती है,
जिस मोह में और जान है वो इतनी नजदीकी लगती है,
अपनी तक़दीर सवांरु मै, तस्वीर को इसकी निहारू मै,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने||

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मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है,
करते हो तुम कन्हैया मेरा नाम हो रहा है||

पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है,
बिन मांगे हे कन्हैया हर चीज मिल रही है||

अब क्या बताऊ मोहन आराम हो रहा है,
मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है||

मेरी जिंदगी में तुम हो किस बात की कमी है,
मुझे और अब किसी की परवाह भी नही है||

तेरी बदौलतो से सब काम हो रहा है,
मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है||

दुनिया में होंगे लाखो तेरे जैसा कौन होंगा,
तुज जैसा बंदा परवर भला ऐसा कौन होगा||

अरे थामा है तेरा दामन आराम हो रहा है,
मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है||

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काली कमली वाला मेरा यार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है,
तु मेरा यार है, मेरा दिलदार है ॥

मन मोहन मैं तेरा दीवाना,
गाउँ बस अब यही तराना,
श्याम सलोने तू मेरा रिजवार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है ॥

तु मेरा मैं तेरा प्यारे,
यह जीवन अब तेरे सहारे,
हाथ तेरे इस जीवन की पतवार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है ॥

पागल प्रीत की एक ही आशा,
दर्दे दिल दर्शन का प्यासा,
तेरे हर वादे पे मुझे ऐतबार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है ॥

तुझको अपना मान लिया है,
यह जीवन तेरे नाम किया है,
चित्र विचित्र को बस तुमसे ही प्यार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है ॥

काली कमली वाला मेरा यार है,
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है,
तु मेरा यार है, मेरा दिलदार है ॥

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यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला,
राधा क्यों गोरी ||

ओ ओ ओ,
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला,
बोली मुस्काती मैया ललन को बताया,
काली अंधियरी आधी रात में तू आया ||

लाडला कंहैया मेरा ओ,
लाडला कंहैया मेरा काली कमली वाला,
इसी लिए काला,
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला,
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला ||

बोली मुस्काती मैया सुन मेरे प्यारे,
बोली मुस्काती मैया सुन मेरे प्यारे,
गोरी गोरी राधिका के नैन कजरारे,
काले नैनों वाली ने ओ,
काले नैनों वाली ने ऐसा जादू डाला,
इसी लिए काला ||

यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला,
राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला ||

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एक राधा एक मीरा,
दोनों ने श्याम को चाहा,
अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो,
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी ।

एक राधा एक मीरा,
दोनों ने श्याम को चाहा,
अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो,
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी ।

राधा ने मधुबन में ढूँढा,
मीरा ने मन में पाया,
राधा जिसे खो बैठी वो गोविन्द,
मीरा हाथ बिक आया,
एक मुरली एक पायल,
एक पगली एक घायल,
अंतर क्या दोनों की प्रीत में बोलो,
अंतर क्या दोनों की प्रीत में बोलो,
एक सूरत लुभानी एक मूरत लुभानी,
एक सूरत लुभानी एक मूरत लुभानी,
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी ।

मीरा के प्रभु गिरिधर नागर,
राधा के मनमोहन,
सा गा मा पा धा
पा धा मा पा रे मा गा
धा रे सा नि धा रे रे गा मा
गा पा मा पा धा पा सा नी सा रे आ…
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर,
राधा के मनमोहन,
राधा नित श्रृंगार करे और,
मीरा बन गयी जोगन,
एक रानी एक दासी,
दोनों हरी प्रेम की प्यासी,
अंतर क्या दोनों की तृप्ति में बोलो,
अंतर क्या दोनों की तृप्ति में बोलो,
एक जीत न मानी एक हार न मानी,
एक जीत न मानी एक हार न मानी,
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी ।

एक राधा एक मीरा,
दोनों ने श्याम को चाहा,
अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो,

एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी ।

किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥

जब गिरते हुए मैंने तेरे नाम लिया है।
तो गिरने ना दिया तूने, मुझे थाम लिया है॥

तुम अपने भक्तो पे कृपा करती हो, श्री राधे।
उनको अपने चरणों में जगह देती हो श्री राधे।
तुम्हारे चरणों में मेरा मुकाम हो जाए॥

मांगने वाले खाली ना लौटे, कितनी मिली खैरात ना पूछो।
उनकी कृपा तो उनकी कृपा है, उनकी कृपा की बात ना पूछो॥

ब्रज की रज में लोट कर, यमुना जल कर पान।
श्री राधा राधा रटते, या तन सों निकले प्राण॥

गर तुम ना करोगी तो कृपा कौन करेगा।
गर तुम ना सुनोगी तो मेरी कौन सुनेगा॥

डोलत फिरत मुख बोलत मैं राधे राधे, और जग जालन के ख्यालन से हट रे।
जागत, सोवत, पग जोवत में राधे राधे, रट राधे राधे त्याग उरते कपट रे॥

लाल बलबीर धर धीर रट राधे राधे, हरे कोटि बाधे रट राधे झटपट रे।
ऐ रे मन मेरे तू छोड़ के झमेले सब, रट राधे रट राधे राधे रट रे॥

श्री राधे इतनी कृपा तुम्हारी हम पे हो जाए।
किसी का नाम लूँ जुबा पे तुम्हारा नाम आये॥

वो दिन भी आये तेरे वृन्दावन आयें हम, तुम्हारे चरणों में अपने सर को झुकाएं हम।
ब्रज गलिओं में झूमे नाचे गायें हम, मेरी सारी उम्र वृन्दावन में तमाम हो जाए॥

वृन्दावन के वृक्ष को, मर्म ना जाने कोई।
डार डार और पात पात में, श्री श्री राधे राधे होए॥

अरमान मेरे दिल का मिटा क्यूँ नहीं देती, सरकार वृन्दावन में बुला क्यूँ नहीं लेती।
दीदार भी होता रहे हर वक्त बार बार, चरणों में अपने हमको बिठा क्यूँ नहीं लेती॥

श्री वृन्दावन वास मिले, अब यही हमारी आशा है।
यमुना तट छाव कुंजन की जहाँ रसिकों का वासा है॥

सेवा कुञ्ज मनोहर निधि वन, जहाँ इक रस बारो मासा है।
ललिता किशोर अब यह दिल बस, उस युगल रूप का प्यासा है॥

मैं तो आई वृन्दावन धाम किशोरी तेरे चरनन में।
किशोरी तेरे चरनन में, श्री राधे तेरे चरनन में॥

ब्रिज वृन्दावन की महारानी, मुक्ति भी यहाँ भारती पानी।
तेरे चन पड़े चारो धाम, किशोरी तेरे चरनन में॥

करो कृपा की कोर श्री राधे, दीन जजन की ओर श्री राधे।
मेरी विनती है आठो याम, किशोरी तेरे चरनन में॥

बांके ठाकुर की ठकुरानी, वृन्दावन जिन की रजधानी।
तेरे चरण दबवात श्याम, किशोरी तेरे चरनन में॥

मुझे बनो लो अपनी दासी, चाहत नित ही महल खवासी।
मुझे और ना जग से काम, किशोरी तेरे चरण में ॥

किशोरी इस से बड कर आरजू -ए-दिल नहीं कोई।
तुम्हारा नाम है बस दूसरा साहिल नहीं कोई।
तुम्हारी याद में मेरी सुबहो श्याम हो जाए॥

यह तो बता दो बरसाने वाली मैं कैसे तुम्हारी लगन छोड़ दूंगा।
तेरी दया पर यह जीवन है मेरा, मैं कैसे तुम्हारी शरण छोड़ दूंगा॥

ना पूछो किये मैंने अपराध क्या क्या, कही यह जमीन आसमा हिल ना जाये।
जब तक श्री राधा रानी शमा ना करोगी, मैं कैसे तुम्हारे चरण छोड़ दूंगा॥

बहुत ठोकरे खा चूका ज़िन्दगी में, तमन्ना तुम्हारे दीदार की है।
जब तक श्री राधा रानी दर्शा ना दोगी, मैं कैसे तुम्हारा भजन छोड़ दूंगा॥

तारो ना तारो मर्जी तुम्हारी, लेकिन मेरी आखरी बात सुन लो।
मुझ को श्री राधा रानी जो दर से हटाया, तुम्हारे ही दर पे मैं दम तोड़ दूंगा॥

मरना हो तो मैं मरू, श्री राधे के द्वार,
कभी तो लाडली पूछेगी, यह कौन पदीओ दरबार॥

आते बोलो, राधे राधे, जाते बोलो, राधे राधे।
उठते बोलो, राधे राधे, सोते बोलो, राधे राधे।
हस्ते बोलो, राधे राधे, रोते बोलो, राधे राधे॥

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है आँख वो जो श्याम का दर्शन किया करे,
है शीश जो प्रभु चरण में वंदन किया करे ||

बेकार वो मुख है जो रहे व्यर्थ बातों में,
मुख वो है जो हरी नाम का सुमिरन किया करे ||

हीरे मोती से नहीं शोभा है हाथ की,
है हाथ जो भगवान् का पूजन किया करे ||

मर कर भी अमर नाम है उस जीव का जग में,
प्रभु प्रेम में बलिदान जो जीवन किया करे||

ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी ||

ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी ||

महलों में पली बन के जोगन चली,
मीरा रानी दीवानी कहाने लगी ||

ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
कोई रोके नहीं कोई टोके नहीं
मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी ||

कोई रोके नहीं कोई टोके नहीं,
मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी,
बैठी संतो के संग रंगी मोहन के रंग,
मीरा प्रेमी प्रीतम को मनाने लगी,
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी ||

ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी ||

महलों में पली बन के जोगन चली,
मीरा रानी दीवानी कहाने लगी ||

ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
राणा ने विष दिया मानो अमृत पिया,
मीरा सागर में सरिता समाने लगी ||

राणा ने विष दिया मानो अमृत पिया,
मीरा सागर में सरिता समाने लगी ||

दुःख लाखों सहे मुख से गोविन्द कहे,
मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी,
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी ||

ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी ||

महलों में पली बन के जोगन चली,
मीरा रानी दीवानी कहाने लगी ||

ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन ||

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श्याम तेरी बंसी, पुकारे राधा नाम
लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम ||

श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम ||

लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम
लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम ||

सांवरे की बंसी को बजने से काम
सांवरे की बंसी को बजने से काम ||

राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम ||

ओ जमुना की लहरे बंसीबट की छैय्या,
किसका नहीं है कहो कृष्ण कन्हैय्या |
जमुना की लहरे बंसीबट की छैय्या,
किसका नहीं है कहो कृष्ण कन्हैय्या ||

श्याम का दिवाना तो सारा बृजधाम
श्याम का दिवाना तो सारा बृजधाम ||

लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम,
सांवरे की बंसी को बजने से काम,
सांवरे की बंसी को बजने से काम
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम,
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम ||

ओ कौन जाने बांसुरिया किसको बुलाये
जिसके मन भाए ये उसी के गुण गाये ||

कौन जाने बांसुरिया किसको बुलाये,
जिसके मन भाए वो उसी के गुण गाये |
कौन नहीं कौन नहीं बंसी की धुन का गुलाम,
राधा का भी श्याम हो तो मीरा का भी श्याम ||

श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम,
श्याम तेरी बंसी कन्हैया तेरी बंसी पुकारे राधा नाम |
लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम,
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम ||
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम ||

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देखो देखो यह गरीबी, यह गरीबी का हाल |
कृष्ण के दर पे यह विशवास ले के आया हूँ ||

मेरे बचपन का दोस्त हैं मेरा श्याम |
यही सोच कर मैं आस लेके आया हूँ ||

अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो,
कि दर पे सुदामा गरीब आगया है |
भटकते-भटकते ना जाने कहाँ से,
तुम्हारे महल के करीब आगया है ||

ना सर पे हैं पगड़ी, ना तन पे हैं जामा
बता दो कन्हैया को नाम है सुदामा |
इक बार मोहन से जाकर के कह दो,
कि मिलने सखा बदनसीब आ गया है ||

सुनते ही दोड़े चले आये मोहन,
लगाया गले से सुदामा को मोहन |
हुआ रुकमनी को बहुत ही अचम्भा,
ये मेहमान कैसा अजीब आ गया है ||

और बराबर पे अपने सुदामा बिठाये,
चरण आंसुओं से श्याम ने धुलाये |
न घबराओ प्यारे जरा तुम सुदामा,
ख़ुशी का शमा तेरे करीब आ गया है ||

अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो,
कि दर पे सुदामा गरीब आगया है |
भटकते-भटकते ना जाने कहाँ से,
तुम्हारे महल के करीब आगया है ||

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वृन्दावन में हुकुम चले,
बरसाने वाली का,
कान्हा भी दिवाना है,
श्री राधे रानी का ॥

वहां डाली डाली पर,
वहां पत्ते पत्ते पर,
राज राधे का चलता,
गांव के हर रस्ते पर,
चारो तरफ़ डंका बजता,
वृषभानु दुलारी का,
कान्हा भी दिवाना है,
श्री राधे रानी का ॥

कोई नन्दलाल कहता,
कोई गोपाल कहता,
कोई कहता कन्हैया,
कोई बन्शी का बजैया,
नाम बदलकर रख डाला,
उस कृष्ण मुरारी का,
कान्हा भी दिवाना है,
श्री राधे रानी का ॥

सबको कहते देखा,
बड़ी सरकार है राधे,
लगेगा पार भव से,
कहो एक बार राधे,
बड़ा गजब का रुतबा है,
उसकी सरकारी का,
कान्हा भी दिवाना है,
श्री राधे रानी का ॥

तमाशा एक देखा,
जरा ‘बनवारी’ सुनले,
राधा से मिलने खातिर,
कन्हैया भेष है बदले,
कभी तो चूड़ी वाले का,
और कभी पुजारी का,
कान्हा भी दिवाना है,
श्री राधे रानी का ॥

​वृन्दावन में हुकुम चले,
बरसाने वाली का,
कान्हा भी दिवाना है,
श्री राधे रानी का ॥

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राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी,
राधे राधे रटो चले आएँगे बिहारी,
आएँगे बिहारी चले आएँगे बिहारी,
राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा मेरी चंदा,
चकोर है बिहारी,
राधा मेरी चंदा,
चकोर है बिहारी,
राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी मिश्री,
तो स्वाद है बिहारी,
राधा रानी मिश्री,
तो स्वाद है बिहारी,
राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी गंगा,
तो धार है बिहारी,
राधा रानी गंगा,
तो धार है बिहारी,
राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी तन है तो,
प्राण है बिहारी,
राधा रानी तन है तो,
प्राण है बिहारी,
राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी सागर,
तरंग है बिहारी,
राधा रानी सागर,
तरंग है बिहारी,
राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी मोहनी,
तो मोहन बिहारी,
राधा रानी मोहनी,
तो मोहन है बिहारी,
राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा मेरी गोरी तो,
साँवरे बिहारी,
राधा मेरी गोरी तो,
साँवरे बिहारी,
राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी भोली भाली ,
चंचल बिहारी,
राधा रानी भोली भाली ,
चंचल बिहारी,
राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी नथनी,
तो कंगन बिहारी,
राधा रानी नथनी,
तो कंगन बिहारी,
राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी मुरली,
तो तान है बिहारी,
राधा रानी मुरली,
तो तान है बिहारी,
राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी,
राधे राधे रटो चले आएँगे बिहारी,
आएँगे बिहारी चले आएँगे बिहारी,
राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

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मच गया शोर सारी नगरी रे
आया बिरज का बाँका सँभाल तेरी गागरी रे
ओ आया बिरज का बाँका सँभाल तेरी गागरी रे

अरे मच गया शोर सारी नगरी रे
आया बिरज का बाँका सँभाल तेरी गागरी रे
ओ आया बिरज का बाँका सँभाल तेरी गागरी रे

देखो अरे देखो कही ऐसा ना हो जाए
चोरी करे माखन तेरा जिया भी चुराए
देखो अरे देखो कही ऐसा ना हो जाए
चोरी करे माखन तेरा जिया भी चुराए

अरे धमकाता है इतना तू किसको
डरता है कौन आने दे उसको
डरता है कौन आने दे उसको

ऐसे न बहुत बोलो मत ठुमक ठुमक डोलो
चिल्लाओगी तब गोरी
जब उलट देगा तोरी गगरी आगे पीछे डगरी रे

अरे मच गया शोर सारी नगरी रे
आया बिरज का बाँका सँभाल तेरी गागरी रे
ओ आया बिरज का बाँका सँभाल तेरी गागरी रे

जाने क्या करता गर होता कही गोरा
जा के जमाना में ज़रा शक्ल देखे छोरा
जाने क्या करता गर होता कही गोरा
जा के जमाना में ज़रा शक्ल देखे छोरा

बीडीया चमकाती रस्ते में ना जा
मनचला भी है गोकुल का राजा
मनचला भी है गोकुल का राजा

पड़ जाए नहीं पला राधा से कही लाला
फिर रोएगा गोविंदा मारेगी ऐसा पहाड़
गरदन से बाँधेगी चूनरी रे
अरे मच गया शोर सारी नगरी रे
आया बिरज का बाँका सँभाल तेरी गागरी रे

ओ आया बिरज का बाँका सँभाल तेरी गागरी रे
अरे मच गया शोर सारी नगरी रे
आया बिरज का बका सँभाल तेरी गागरी रे…

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