Ratna Bhandar story: हाथियों से लादकर राजा-महाराजा लाते थे सोना, जिसे भी हराते उसका मुकुट जगन्नाथ महाप्रभु को लाकर कर देते थे अर्पित
पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार 46 साल से बंद था। राज्य सरकार ने इसे 14 जुलाई को मरम्मत और सामानों की सूची बनाने के लिए फिर से खोला था। रत्न भंडार से कीमती सामान और आभूषणों को सरकार द्वारा अस्थायी रत्न भंडार में शिफ्ट किया गया है। इस रत्न भंडार का इतिहास काफी रहस्यमयी है।