Sawan 2024: भगवान शिव और बेलपत्र का क्या है संबंध, शास्त्रों में बताया गया है महत्व
मान्यता है कि सावन के महीने में भगवान शिव को नियमित रूप से बेल पत्र चढ़ाने से शिव जी की कृपा प्राप्ति होती है। बेल पत्र कभी भी अशुद्ध नहीं होता है। कहा जाता है कि बेल के पेड़ की जड़ में गिरिजा, तने में महेश्वरी, शाखा में दक्षायनी, पत्ती में पार्वती तथा पुष्प में गौरी जी का वास होता है ।