शादी - विवाह, नामकरण, गृह प्रवेश, काल सर्प दोष , मार्कण्डेय पूजा , गुरु चांडाल पूजा, पितृ दोष निवारण - पूजा , महाम्रत्युन्जय , गृह शांति , वास्तु दोष

आ बैठ मेरी गोदि में ,तूझको निहार लू

आ बैठ मेरी गोदि में ,तूझको निहार लू,
हाय नजर न लग जाये तुझको,तेरी नजर उतार लू ,

तू सूरज है तू चंदा है, मेरी आँखों के तारे,
आँचल में छिपजा लाडले,ओ दुनिया से न्यारे,
किस्मत तू मेरो लाला, तुझपे ये जग वार दु,
हाय नजर न लग …..

तेरे मोटे मोटे नैना तरी तोतली ज़बान, तेरी तोतली जबान,
मैं आनन्द मे हो जाती  ,  मैं आनंद में हो जाती  जब कहता हैं तू माँ ,
सावरिया मेरे प्यारे तुझे इतना दुलार दु ,
हाए नज़र न लग जाये………..।2।
आ बैठ मेरी ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,।2।

सावरिया तेरी सावरी सूरत कमाल है तेरी सूरत कमाल है
दुनिया में नही किसी की तेरी ठुमकी की चाल है,
ये दिल नही भरता है , ये दिल नही भरता है
जन्म तुझको हर बार दु ,
हाए नज़र न लग जाए……..

सावरिया तेरे दर्शन को भोले भी आ गए , भोले भी आ गए हैं
टीका लगा दू  स्याही का, मेरा मनवा ये कहे मेरा मानव ये कहे
दरसन कर नर भागी , मै जीवन सवार लू ,ये जीवन सवार लू
हाय नजर न लग जाय……..

नंदबाबा का तू लाडला,यसोदा का दुलारा,
उन दोनो की आँख का तारा है, जीवन का सहारा है,
बलैया लेलु लाड़ले  बलैया लेलु लाड़ले  हर नजर से बचालू,
हाय नजर न लग जाय………….

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