दया करो मां दया करो bhajan
दया करो माँ दया करो, अब तो मुझ पर दया करो, दया करो माँ दया करो, अब तो मुझ पर.
दया करो माँ दया करो, अब तो मुझ पर दया करो, दया करो माँ दया करो, अब तो मुझ पर.
नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती एवं सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ विधि के अनुसार मेरे भक्तों को इसप्रकार🌷🌷🌷🌷 👉01..श्री सप्तशती चन्डिका.
काशी में मणिकर्णिका घाट पर चिता जब शांत हो जाती है तब मुखाग्नि देने वाला व्यक्ति चिता भस्म पर 94.
गौशाला श्री बाँधेश्वर हनुमान शनिधाम मंदिर – गौ सेवा के लिए दान – श्री बाँधेश्वर हनुमान शनिधाम मंदिर नौहझील गौशाला.
सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे ये शुभ काम सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले.
हनुमान जी की पत्नी सहिता का मंदिर कहाँ है? चौंक गए ना? चलिए आपको ले चलते हैं भारत के उस.
श्री गणेश जी की आरतीजय गणेश जय गणेश जय गणेश देवामाता जाकी पार्वती पिता महादेवा ॥ जय …एक दंत दयावंत.
कितना प्यारा है सिंगार,की तेरी लेउ नज़र उतार,कितना प्यारा है,ओ हो, कितना प्यारा है सिंगार,की तेरी लेउ नज़र उतार,कितना प्यारा.
श्री सत्यनारायण कथा – प्रथम अध्याय (Shri Satyanarayan Katha Pratham Adhyay) एक समय की बात है नैषिरण्य तीर्थ में शौनिकादि,.
मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने मुझे मिल गया मन का मीत ये दुनिया क्या जाने क्या.
गौड़ ब्राह्मणों का नाम एक प्राचीन प्रांत के नाम पर पड़ा है। यह प्रांत अब गौड़ नगर है, जो चिरकाल तक बिहार और बंगाल की राजधानी रहा है। गौड़ ब्राहमण के पाँच भेदों में से एक खास गौड़ ब्राह्मण भी कहा गया है | जिसे आदि गौड़ भी कहते हैं | गौड़ देश में निवेश करने वाले ब्राह्मण कहलाये | जाति भास्कर मैं लिखा है कि बंगदेश से लेकर अमरनाथ तक गौड़ देश स्थित है | ब्रह्मोत्पत्ति निबन्ध के निर्णय अध्याय मैं लिखा है कि जो वेदपाठी , तपस्वी ब्राह्मण सर्वप्रथम ब्रह्मक्षेत्र मैं पैदा हुए थे , वेद के धारण करने वाले तथा सदाचार प्रवर्तक थे | इन्ही ब्राह्मणो को आदि गौड़ मानना चाहिए | गौड़ ब्राह्मणों की उप-शाखाएं काफ़ी संख्या में हैं। उनमें से सर्वाधिक इस प्रकार हैं- गौड़ | आदि-गौड़ | श्री-गौड़ | आदि-श्री गौड़ | गुर्जर गौड़
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सभी तथ्य इंटरनेट तथा लिखी हुए पुराने ग्रन्थ किताब जो होम पेज पैर लिंक दिए है की मदद से निकाले है से जानकारी निकालकर एक जगह एकत्रित किया गया है ,
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