हरी नाम नहीं तो जीना क्या song
हरी नाम नहीं तो जीना क्याअमृत है हरी नाम जगत में,इसे छोड़ विषय रस पीना क्या काल सदा अपने रस.
हरी नाम नहीं तो जीना क्याअमृत है हरी नाम जगत में,इसे छोड़ विषय रस पीना क्या काल सदा अपने रस.
रचा है श्रष्टि को जिस प्रभु ने,रचा है श्रष्टि को जिस प्रभु ने,वही ये श्रष्टि चला रहे है,जो पेड़ हमने.